कट्टरवाद
झूट झूट सरकार है
कट्टरवाद से प्यार है
देशभक्ति अब सरहदो पे जाने से हि साबित होती है
कुपोषण बेरोजगारी पर बोलना अब तो मजाक बनति है
युद्ध युध्द छेडा करो
नाकामियो को खुबसुरती से ढका करो
देशभक्ती का लेबल चिपकाया करो
क्या खुब रस बनाया है
कल के कातिलो का आज देशभक्ति का नारा है
हाफ से फुल पॅण्ट हो गये
लेकिन फुटीरता मे कुछ ऐसे मश्गुल हो गये
कि दुसरे धर्म का आदर दिलो से गुल हो जाये
सदियो से जिसने जलाया इंसानियत को
उस हवन से आज ये भक्षक सीमा का रक्षण करेंगे
मुर्दो के मंत्रो से मनोबल बढायेंगे
इस झंडे को उस झंडे से लढायेंगे
खुन से रंगे हात ये धर्म वाले तिरंगे से पोछेंगे आज
पुछेंगे अनाज नोकरी सुरक्षा तो
कहेंगे दगाबाज
अरे पहचानो इन दरिंदो को
नोच के खायेंगे हम इंसानो को
पहले कहेंगे देशभक्ती है
फिर धर्म कि खेति है
अपनो मे हि भेद करणेवालो कि ये भ्रष्ट मति है
ना भागो इन झुंड के पिछे
ये सारे शमशान के प्यासे
रोटी कपडा मकान ये कभी नहि देंगे
पुछ लो उस पत्थर के भगवान से
क्योकि उन्हे भि तो इन ठेकेदारों ने मजहब मे बाटे है
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