तुम्हि हो पापी
तुम्ही हो पापी
सब तुम्हारी गलती
तुम वहा क्यु गयी
तुमने ये क्यु पहना
तुमने वहा क्यु देखा
तुमने यहा क्यु बैठा
तुम क्यु हंसी
तुम ऐसी तुम वैसी
हमने देखा था
हम ने सुना था
हम ने कहा था
वो तो लडके है
वो तो ऐसे हि है
वो तो जानवर है
अब हम वो जैसे बन जायेंगे
तुम हम जैसी बन जाना...
Comments
Post a Comment
YOUR REVIEW TO THIS POEM